हरिहर किले का इतिहास और घूमने की जानकारी: History of Harihar Fort in hindi

Harihar Fort in hindi: महाराष्ट्र भारत में एक ऐसा राज्य है जहाँ पर विभिन्न संस्कृतियों, भाषाओं, रीति-रिवाजों का मिश्रण है। यह राज्य किलों, स्मारकों और पर्यटन स्थलों से भरा हुआ है, जिसकी वजह से हर कोई यहाँ की यात्रा करना पसंद करता है। आपको बता दें कि राजस्थान के प्रमुख किले में से एक हरिहर किला (Harihar Fort) किला भी है, जो महाराष्ट्र के प्रमुख पर्यटन स्थलों में एक है। आपको बता दें कि पूरे देश से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी यात्री हरिहर किला (Harihar Fort) घूमने के लिए आते हैं। हरिहर किला (Harihar Fort) महाराष्ट्र के प्रसिद्ध पहाड़ी किलों में से एक है जो ट्रेकिंग और एडवेंचर प्रेमियों को बेहद आकर्षित करता है। जो लोग प्रकृति की सुंदरता और पहाड़ों को देखना पसंद करते हैं उन्हें हरिहर किला (Harihar Fort) ट्रेकिंग जरुर करना चहिये। अगर आप हरिहर किले के बारे में और जानना चाहते हैं तो इस लेख को अवश्य पढ़ें। यहाँ हम आपको हरिहर फोर्ट घूमने के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहें हैं।

History of Harihar Fort in Hindi

हरिहर किले का इतिहास (History of Harihar Fort in Hindi|)

हरिहर किले के इतिहास की बात करें तो बता दें कि किले का इतिहास काफी पुराना है किले का निर्माण 9वीं से 14वीं शताब्दी में यादव द्वारा त्र्यंबकेश्वर पर्वत श्रृंखला में किया गया था। यह भी कहा जाता है कि इस किले पर कई बार मुगलों ने आक्रमण भी किया था आपको बता दें कि हरिहर किले की ऊंचाई 3676 फीट है। मुग़ल काल के समाप्त होने के बाद यह किला ब्रिटिश राज में अंग्रेजों के कब्जे में चला गया बता दें कि हरिहर किले के पास आप अन्य किलों को देखने में भी सकते हैं जिनमें त्र्यंबक, त्रिंगलवाड़ी किले के नाम शामिल हैं हरिहर फोर्ट की यात्रा के दौरान आप आप प्रकृति की गोद में अपने ट्रेकिंग के शौक को पूरा कर सकते हैं और यहाँ आप टेंट स्टे का मज़ा ले सकते हैं।

हरिहर किला ट्रेकिंग (Harihar Fort Trekking details in Hindi)

हरिहर फोर्ट भारत के ऐसी किलों में से एक है जो ट्रेकिंग कुछ या एडवेंचर एक्टिविटी के लिए काफी प्रसिद्ध है यहाँ पर आप  ट्रेकिंग और लंबी पैदल यात्रा की के शौक को पूरा कर सकते हैं आपको बता दें कि यहाँ पर बड़ी संख्या में लोग ट्रेकिंग का मजा लेने आते हैं हरिहर फोर्ट ट्रेकिंग मार्ग लगभग 25 से 35 किलोमीटर का होता है अपनी इस यात्रा के दौरान आपको जिंदगी में कुछ अलग अनुभव करने को मिलेगा जब आप अपनी ट्रेकिंग यात्रा सफलतापूर्वक पूरा कर लेते हैं तो इसके बाद आपको हरिहर फोर्ट के लिए चट्टानों को काटकर बनाई गई सीढ़ियों से होकर जाना होता है आपको बता दें कि फोर्ट की चढ़ाई का यह रास्ता बेहद खतरनाक है और सीढियां चढने में आपको दिक्कत भी हो सकती है इन रॉक-कट सीढ़ियों से पहाड़ पर चढ़ना आपकी जिंदगी का बेहतरीन अनुभव हो सकता है

हरिहर किले की यात्रा का सबसे अच्छा समय (Best time to visit Harihar Fort in Hindi)

हरिहर किले की यात्रा के दौरान आपको ट्रेकिंग करने के लिए दृढ़ और शारीरिक रूप से फिट होना बेहद जरुरी है इस किले घूमने जाने के अच्छे समय की बात करें तो बता दें कि यहाँ जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से फरवरी का होता है लेकिन अगर आपको मानसून का मौसम पसंद है तो आप जून से अगस्त के बीच भी यहाँ की यात्रा कर सकते हैं

कैसे पहुंचें हरिहर किला (How to Reach Harihar Fort in Hindi)

अगर आप हरिहर फोर्ट की यात्रा करने की योजना बना रहें हैं तो बता दें कि यह किला हवाई मार्ग, रेल मार्ग और सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा है। हरिहर किले का निकटतम हवाई अड्डा मुंबई में स्थित है। अगर ट्रेन से यात्रा करना चाहते हैं तो बता दें कि किले का निकटतम रेलवे स्टेशन है जहाँ के लिए आपको भारत के सभी प्रमुख शहरों से ट्रेन मिल जाएगी। आप स्थानीय बस या टैक्सी लेकर भी किले के लिए यात्रा कर सकते हैं।

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