दीपावली पर निबंध- Diwali Essay In Hindi

दीपावली पर निबंध diwali essay in hindi for class 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 in 100 150 200 250 300 400 500 1000 शब्द Hindi : दीवाली, जिसे “दीपावली” भी कहा जाता है, एक प्रमुख हिंदू त्योहार है जो भारत में हिंदू धर्म के अलावा अन्य धर्मों के द्वारा विशेष उत्साह और आनंद के साथ मनाया जाता है। हर साल दिवाली का त्यौहार मनाने के प्रमुख कारण है कि इस दिन भगवान राम के 12 साल के वनवास के बाद  अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या वापस आये थे।

दीवाली का त्योहार को पूरे देश में बड़ी ही धूम धाम से मनाया जाता है। इस दिन घरों, गलियों, दुकानों, मंदिरों, बाजारों और अन्य जगहों को दीपक जलाकर सजाया  जाता है। घरों को विभिन्न रंगों और आकारों के दीपकों और लाइट से सजाया जाता है। इस दिन सभी लोग नए कपड़े पहनते हैं। बच्चे भी इस दिन को बड़ा एन्जॉय करते हैं वे पटाखों और आतिशबाजी का आनंद लेते हैं।

दिवाली पर निबंध- Diwali Essay in Hindi 100 200 250 300 Words (शब्द)

दीवाली या दीपावली हिंदू धर्म का एक प्रमख त्योहार है जो भारत के अलावा दुनिया के दूसरे देशो में भी में मनाया जाता है। दीपावली हर साल कार्तिक महीने की अमावस्या को मनाया जाता है। इस त्यौहार का हिंदू धर्म के लोग बड़ी ही बेसब्री के साथ इंतजार करते हैं। दिवाली का त्यौहार खुशी,चमक और रौशनी का त्योहार है। इस दिन लोग लोग अपने घरों को सजाते हैं, दिए जलाते हैं, मिठाई बनाते हैं और अपने रिश्तेदारो को उपहार भी देते हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में दिवाली मानाने के कई कारण होते हैं लेकिन इसे मनाए जाने का सबसे प्रमुख कारण है कि इस दिन  भगवान श्री राम,  सीता जी और लक्ष्मण जी वनवास के 14 वर्ष पूरे करके अयोध्या लौटे थे, और वहां के लोगो ने अपने राजा की वापस आने की ख़ुशी और उनके स्वागत में दीप जलाए थे। तभी से इस हर साल दीप जलाकर इस त्यौहार को मनाया जाने लगा। इस दिन घर में भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की पूजा भी जाती है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इन दोनों भगवान की पूजा करने से धन, संपत्ति और सुख-शांति का आशीर्वाद मिलता है। 

दीपावली के दिन को कई तरह से मनाया जाता है जैसे दीपक जलाकर, पटाखे जलाना, घर को रंगीन लाइट और बल्ब से सजाना, मिठाई बनाना आदि। इस दिन सभी लोग अपने घर को दीपों और मोमबत्ती मोमबत्तियों से सजाते हैं। इसके साथ ही घर की महिलाएं आँगन में रंगोली भी बनाती हैं। 

दिवाली के दिन लोग नये कपड़े पहनते हैं और अपने रिश्तेदारों के घर जाते हैं। दिवाली का त्योहार परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने का भी एक अवसर है। इस दिन लोग एक दूसरे को बधाई देते हैं, मिलते हैं और प्यार और प्रेम जताते हैं। दिवाली एक ऐसा त्यौहार होता है जो समाज में एकता और प्रेम का संदेश देता है। 

दिवाली के दिन पटाखे जलाये जाते हिं, लेकिन हमें इस बात ध्यान रखना चाहिए कि पटाखे प्रदूषण पैदा करते हैं और पर्यावरण को नुक्सान पहुंचाते  हैं। 

दिवाली एक आनंदमयी, उज्जवल और पारिवारिक त्योहार है, जो प्रेम और समर्पण का संदेश देता है। इस त्योहार में प्यार, खुशी और प्रकाश से भरा हुआ होता है, और इससे लोगों के दिलों में उम्मीद की एक नई रौशनी उज्जवल होती है.

दीपावली निबंध हिंदी में – Diwali Essay in Hindi in 400 450 500 words

दीवाली यानी “दीपावली”, हमारे भारतीय उपमहाद्वीप का एक प्रमुख हिंदू त्योहार है। यह त्योहार हर साल कार्तिक मास में मनाया जाता है। पूरे भारत देश में बड़े ही जोश उत्साह के साथ मनाया जाता है। दीवाली को दीप यानी दीपक जलाकर मनाया जाता है। आपको बता दें कि यह त्यौहार 5 दिन तक चलता है 

दिवाली का सबसे पहला दिन धनतेरस होता है। इस दिन लोगो द्वारा अपने घर में पूरा की जाती है और द्वारा धन, संपत्ति और सुख की कामना की जाती है। इस घर के दरवाज़े और कमरे को सजाया जाता है। धनतेरस के दिन लोग सोना, चांदी बर्तन और अन्य वस्तुएं खरीदते हैं।

दिवाली का दूसरा दिन छोटी दिवाली का होता है जिसे “नरक चतुर्दशी” के नाम से जाना जाता है। इस दीन भगवान कृष्ण ने असुर नरकासुर का वध किया था। इस दिन लोगों द्वारा घर की साफ-सफाई की जाती है और घर को दिये, रंगोली और फूलों से सजाया जाता है। इस दिन रात में लोग अपने घर को दिये जलाकर रोशन करते हैं।

दिवाली का तीसरा दिन बड़ी दिवाली या लक्ष्मी पूजा के नाम से जाना जाता है। आपको बता दें कि इस भगवान राम रावण का वध करके सीता जी और अपने छोटे भाई लक्ष्मण जी के साथ अयोध्या वापस लौटे थे। तब अयोध्या वासियों ने दिये जलाकर उनका स्वागत किया था। इस दिन लोग अपने घर को रंग बिरंगी लाइट से सजाते हैं। घर के दरवाजे पर फूल और आम के पत्ते लगाए जाते हैं। 

इस दिन सभी लोग अपने घर में लक्ष्मी माता की पूजा करते हैं और प्रसाद चढाते हैं और उनकी आरती करते हैं। लक्ष्मी जी के साथ गणेश जी की भी पूरा की जाती है और पूरा पूरी हो जाने के बाद घर के अंदर और बाहर दिये जलाए जाते हैं। इस दिन घर की महिलाये अपने आँगन को रंगोली से सजाती हैं। बच्चो को यह त्यौहार बहुत पसंद आता है और इस दिन बहुत सारे पटाखे भी जलाते हैं। हर तरफ रौशनी, पटाखे, सजे हुए घर देखने में बहुत आनंद आता है। दिवाली के दिन लोग अपने पड़ोसियों और रिश्तेदारों को दिवाली की बधाई देते हैं और मिठाई बांटते हैं। 

दिवाली का चौथा दिन गोवर्धन पूजा का होता है इसे अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को उठाकर गोकुल के लोगों मूसलधार वर्षा से बचाया था। इस दिन लोगों द्वारा पूजा अन्न-दान और अन्नकूट किया जाता है। 

इस दिन घर के आंगन में गोबर से गोवर्धन का चित्र बनाया जाता है और इसके बाद गोवर्धन भगवान की रोली, चावल, खीर, बताशे, दूध, केसर फूल और जल चढ़ा कर दीपक जलाकर पूजा की जाती है। ऐसे माना जाता है कि अगर सच्चे दिल से गोवर्धन भगवान की पूजा की जाए तो साल भर श्री कृष्ण की कृपा बनी रहेगी।

दिवाली उत्सव का अंतिम और पांचवा दिन भाई दूज का होता है। यह त्यौहार मुख्य रूप से भाई और बहनों का होता है। इस दिन बहन अपने भाई को तिलक लगाती हैं और उन्हें अपना आशीर्वाद देती है। यह दिन बहन-भाई के रिश्तों को और मजबूत बनाता है। यह दिन भाई बहनों के प्यार और सम्मान का परिचय होता है।

दीपावली निबंध हिंदी में – Diwali Essay in Hindi in 500 600 700 words

दिवाली का महत्व

दिवाली को दीपावली के नाम से भी जाना जाता है। यह त्यौहार हिन्दू धर्म का एक प्रमुख त्यौहार है जिसे दुनिया भर के लोगों द्वारा बड़े उत्साह और खुशी के साथ मनाया जाता है। यह अंधकार पर प्रकाश की और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। वैसे तो दिवाली से बहुत सारी पौराणिक कहानियाँ और किंवदंतियों जुड़ी हुई है। लेकिन इस त्यौहार को मनाने के मुख्य कारण यह है कि इस दिन 14 साल का वनवास काटकर और रावण का वध करके भगवान राम अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ  अयोध्या वापस आये थे। इस इस दिन लोग धन की देवी लक्ष्मी जी की पूजा करते हैं और पटाखे जलाते हैं। 

दिवाली की तैयारी और अनुष्ठान

दिवाली का त्यौहार हर साल अक्टूबर या नवंबर के महीने में पड़ता है। लोग 1 महीने पहले से ही इस दिवाली की तैयारी शुरू कर देते हैं। दिवाली का त्यौहार शुरू होने से कुछ हफ्ते पहले ही लोग घर की साफ़-सफाई और पुताई जैसे कार्य करने लगते हैं। इसके साथ ही लोग दिवाली के लिए खरीदारी भी शुरू कर देते हैं। दिवाली के लिए लोग कपड़े, मिठाई, पटाखे, फल और अन्य सामग्री खरीदते हैं। दिवाली के दिन भी सुबह से लोग तैयारी शुरू कर देते हैं, वे जल्दी सुबह उठा कर नाहा लेते हैं और इसके बाद शाम की पूजा की तैयारी में जुट जाते हैं । शाम को लोग अपने घर पर देवी लक्ष्मी और गणेश जी की पूरा करते हैं और अपने घर पर दिये लगाते हैं। पूजा पूरी हो जाने के बाद लोग अपने पड़ोसियो और रिश्तेदारों से मिठाई और उपहार का आदान-प्रदान करते हैं।

पटाखे चलाना  

पटाखे चलाना दिवाली का एक बहुत ही अहम हिस्सा है। इसके बिना दिवाली अधूरी सी है। दिवाली के दिन हर जगह आतिशबाजी की गूंज होती है और आसमान भी रोशन हो जाता है। हलाकि पटाखों को अगर सावधानी से नहीं चलाया जाए तो इससे हमें हानि भी हो सकती है। इसलिए हमें पटाखों को सावधानी पूर्वक चलाना चाहिए। इसके अलावा पटाखों से पर्यावरण भी दूषित होता है और स्वास्थ्य पर भी इनका हानिकारक प्रभाव पड़ता है। 

स्वादिष्ट मिठाई और पकवानों का स्वाद लेना 

दिवाली के दिन सभी के घर में स्वादिष्ट मिठाइयाँ और पकवान बनाए जाते हैं जैसे  लड्डू, बर्फी, काजू कतली और जलेबी आदि। कई लोग मिठाई घर पर बनाना पसंद करते हैं और कई लोग  बाजारों से खरीद कर लाते हैं। दिवाली लोग अपने पड़ोसियों और रिश्तेदारों से प्रेम और सद्भावना के प्रतीक के रूप मिठाइयों का आदान-प्रदान करते हैं। स्वादिष्ट मिठाई और पकवान दिवाली का इस प्रमुख हिस्सा है। 

दूसरे धर्म के लोगो के बीच दिवाली उत्सव 

दीवाली केवल हिंदुओं के द्वारा ही नहीं बल्कि यह भारत में जैन, सिख और बौद्ध जैसे अन्य धर्म के लोगो के द्वारा भी मनाया जाता है। आपको बता दें कि प्रत्येक धर्म के समुदाय के पास दीवाली से जुड़े अपने अलग रीति-रिवाज और परंपराएं हैं। जैन धर्म के लोगो के लिए यह भगवान महावीर द्वारा निर्वाण की प्राप्ति का प्रतीक है। सिख धर्म के लोगो के बीच यह त्यौहार गुरु हरगोबिंद साहिब की कैद से रिहाई की ख़ुशी में मनाया जाता है।

उपसंहार 

दिवाली का त्यौहार हिन्दू धर्म में बहुत अधिक महत्व रखता है। इसे भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में हिंदू धर्म के लोगो के बीच बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। दिवाली का त्यौहार रोशनी, मिठाइयों और आतिशबाजी का होता है। यह त्यौहार हमें अंधेरे पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की सीख देता है। दिवाली एक ऐसा त्यौहार है जो हमें अपने लोगो के क़रीब लगता है और रिश्तों को मजबूत बनाता था। दिवाली प्यार और सकारात्मकता का प्रतीक हैं जो भारत के साथ ही दुनिया भर के लोगो के द्वारा पसंद किया जाता है।

दीपावली का निबंध हिंदी में 10 लाइन class 2 3 4 5 6 7 diwali essay in hindi in 10 lines

दीवाली यानी कि दीपावली जिसे रोशनी के त्योहार के रूप में भी जाना जाता है। आपको बता दें कि यह पूरे भारत में बड़े रूप में मनाया जाने वाला हिंदू त्योहार है जो अंधेरे पर प्रकाश की जीत और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। दिवाली का त्यौहार आनंद, उत्साह और एकजुटता का दिन होता है। पूरी दुनिया में करोड़ों हिंदू इस त्यौहार को बड़े ही उत्साह के साथ मनाते हैं। यहाँ नीचे हमने दिवाली पर 10 लाइन दी हैं। 

  1. दीवाली एक हिंदू त्योहार है जो बड़ी ही धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है।
  2. यह त्यौहार हर साल अक्टूबर और नवंबर के बीच आता है और पांच दिनों तक चलता है।
  3. हिंदू महाकाव्य रामायण के अनुसार दिवाली का त्यौहार राक्षस राजा रावण को हराने के बाद भगवान राम की अयोध्या वापसी की खुशी में मनाया जाता है।
  4. दिवाली को रोशनी के त्योहार के रूप में जाना जाता है, इस दिन लोग अपने घरों को तेल के दीयों, और रंगीन लाइट से रोशन करते हैं। यह त्यौहार अंधेरे पर प्रकाश की जीत का प्रतीक है।
  5. इस त्यौहार पर लोग अपने घरों को साफ और सजाते हैं, उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं और स्वादिष्ट मिठाई और अन्य पकवान भी बनाते हैं।
  6. दिवाली के दिन पटाखे फोड़े जाते हैं। बच्चो को फुलझड़ी जलाना और पटाखे फोड़ना बहुत पसंद होता है।
  7. दीवाली का त्यौहार पूरे परिवार के लोग मिलकर मनाते हैं और इस दिन लक्ष्मी जी और गणेश जी की पूजा की जाती है। 
  8. दिवाली के दौरान कई शहरों को रंगीन लाइट से रोशन किया जाता है, जो देखने में बेहद आकर्षक लगता है।
  9. दीवाली के दिन लोग नये कपड़े और अन्य चीजों जैसे वाहन, घरेलू सामग्री आदि की खरीदारी भी करते हैं। 
  10. दिवाली का त्यौहार हिंदुओं के अलावा, दीवाली सिखों, जैनियों और बौद्धों द्वारा भी मनाई जाती है। यह त्यौहार विभिन्न समुदायों के बीच आनंद, प्रेम और एकता को बढ़ावा देता है।

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