sanskrit mein falon ke naam: संस्कृत दुनिया सबसे प्राचीन भाषा है, इसलिए यह भाषा आज भी स्कूल में पढ़ाई जाती है. आपको बता दें कि संस्कृत भाषा में फलों के नाम व्यापक रूप से प्रचलित हैं और इनका सभी जगह उपयोग किया जाता है। फल (fruit ) को संस्कृत में फलानि कहते हैं. बहुत से लोग होंगे कि इंग्लिश में तो फलो के नाम जानते हैं लेकिन उन्हें संस्कृत में फलो के नाम (fruit name in sanskrit and hindi) नहीं पता होंगे. अगर आप भी संस्कृत में फलो के नाम जानना चाहते हैं तो इस लेख को अवश्य पढ़ें, यहाँ पर हम आपको संस्कृत में फल के नाम बता रहे हैं.
संस्कृत में फलों के नाम- All fruits name in Sanskrit with pictures
फल एक ऐसी चीज़ है जो हर किसी को खाना चाहिए. फल खाने में स्वादिष्ट तो होते ही है लेकिन इसके साथ भी पोषण से भरपूर भी होते हैं। फलों में विभिन्न प्रकार के विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं.फल शरीर के तंत्र को संतुलित करने में मदद करते हैं और स्वस्थ रहने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
फल रस से भरे और स्वादिष्ट होता है। इनमे फाइबर भरपूर मात्र में पाया जाता है जो कि हमारे पाचन तंत्र के लिए अच्छा होता है होता है। इसके अलावा, फल में कई प्रकार के विटामिन और मिनरल पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
फल का सेवन हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। फलों में शुगर की मात्रा थोड़ी होती है, इसलिए वे डायबिटीज के मरीजों के लिए अनुकूल होते हैं। फल में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट शरीर को कैंसर, हृदय रोग, अल्जाइमर और अन्य रोगों से बचाते हैं। इसके अलावा फलों में पाए जाने वाले कैल्शियम, विटामिन डी, फोस्फोरस आदि हड्डियों के लिए भी बहुत अधिक जरूरी होते हैं।
फल कई तरह के होते हैं कि सेब, आम, केला, अनार, अंगूर, संतरा, नींबू, अमरूद आदि। हर फल की अलग-अलग खूबियां होती हैं और इनमें विभिन्न पोषक तत्व होते हैं। उदाहरण के लिए, सेब में फाइबर, विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जबकि आम में विटामिन सी, फाइबर और पोटैशियम होता है।
फलों के सेवन से आप अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं। अगर आप रोज फलों का सेवन करते हैं तो आपके शरीर में विभिन्न विटामिन और मिनरल की कमी नहीं होगी और आप हमेशा स्वस्थ रहेंगे। इसलिए हमें फलो को अपने आहार में अवश्य शामिल करना चाहिए.